बसंत पंचमी विशेष
नीलसरस्वती तांत्रोक्त हवन.

About the Event

नील सरस्वती का महत्व भारतीय तंत्र और बौद्ध तंत्र में विशेष महत्व है। दशा महाविद्याओं में द्वितीय महाविद्या तारा देवी का ही रूप नील स्वरस्वती है इन्हें बुद्धि , ज्ञान , धन, सुख और समृद्धि की देवी माना जाता है। नील सरस्वती की पूजा से भक्त अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर सकते हैं और आर्थिक परेशानियों से मुक्ति पा सकते हैं। बसंत पंचमी के दिन नील सरस्वती की पूजा का विशेष महत्व है।

इसका महत्व और लाभ नि म्नलि खि त हैं:

महत्व:

लाभ:

ऑनलाइन पूजा के लिए परिवार के सदस्यों के अनुसार मूल्य सूची

घर बैठे करें गोपनीय तांत्रोक्त सूर्य हवन!

ऊर्जा, शक्ति और जीवन की सकारात्मकता का संचार करें।

ऑनलाइन पूजा प्रक्रिया से संबंधित FAQ's

A: पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी आपके द्वारा पंजीकरण के समय दिए गए नाम और गोत्र का उच्चारण करेंगे। साथ ही, अन्य पूजा प्रतिभागियों के नाम भी शामिल किए जाएंगे।

A: आपकी पूजा संपन्न होने के बाद, संकल्प का वीडियो 5-7 दिनों के भीतर आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेज दिया जाएगा।

A: हां, पूजा का सीधा प्रसारण देखने के लिए लिंक पूजा प्रारंभ होने के पहले आपके पंजीकृत व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जाएगा।

A: पूजा संपन्न होने के बाद, प्रसाद 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के भेज दिया जाएगा।

A: यदि आपको पूजा का लिंक या वीडियो समय पर प्राप्त नहीं होता है, तो आप हमारी कस्टमर सपोर्ट टीम से संपर्क कर सकते हैं। हम आपकी समस्या का शीघ्र समाधान करेंगे।

A: प्रसाद आपको 8-10 दिनों के भीतर आपके पते पर भेज दिया जाएगा, और इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाता।

A: पूजा संकल्प के दौरान पंडित जी सभी प्रतिभागियों के नामों का उच्चारण करेंगे, जिसे आप लाइव टेलीकास्ट के माध्यम से सुन सकते हैं।

A: पूजा / अनुष्ठान का दिन एवं समय तिथि / मुहूर्त के हिसाब से पहले से ही निश्चित होता है। उसमें परिवर्तन संभव नहीं है।

A: पूजा में भाग लेने के लिए आपको केवल अपने नाम और गोत्र की जानकारी प्रदान करनी होगी। अन्य तैयारी हमारी टीम द्वारा की जाएगी।

A: हां, यह सेवा भारत और विदेश दोनों स्थानों के लिए उपलब्ध है। प्रसाद की डिलीवरी विदेशों में भी की जा सकती है, हालांकि इसमें अतिरिक्त समय लग सकता है।

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