|| वृद्धि ||
वैदिक एवं तांत्रोक्त दैविक अनुष्ठान
वृद्धि परंपरा और नवीनता का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण है, जो हमारी पवित्र भूमि की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। प्रामाणिकता और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता में निहित, वृद्धि दुनिया भर के भक्तों और साधकों के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश के रूप में सेवा करने की इच्छा रखती है। वृद्धि के मूल में उन शाश्वत परंपराओं का पोषण और विस्तार करने की दृष्टि निहित है जो हमें हमारे दिव्य मूल से जोड़ती हैं।
आगामी अनुष्ठान
नव वर्ष २०२५ गंगा अभिषेक
- ऋषिकेश गंगा घाट पर वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा गंगा अभिषेक
- नव वर्ष १ जनवरी २०२५
गंगा पूजन सिर्फ एक आध्यात्मिक अनुष्ठान ही नहीं है बल्कि ये भारत के करोड़ों हिंदुओं के धार्मिक पथ पर अग्रसर होने की प्रथम सीढ़ी है। गंगा के घाट को सिद्ध क्षेत्र माना गया है ऐसी मान्यता है कि योगी एवं दैवीय शक्तियां हजारों वर्षों से अदृश्य रूप में गंगा घाट पर तप में लीन हैं। वर्ष के प्रथम दिन स्वयं को पवित्र करने से वर्ष भर आप जो भी धार्मिक अनुष्ठान करते हैं उनमें निश्चित ही आपको सिद्धि एवं सफलता प्राप्त होती है। और मां गंगा को तो सर्वपवित्र देवी शक्ति माना गया है। गंगा एकमात्र साक्षात एवं जीवंत दैवीय शक्ति हैं। मां गंगा पापमोचनी हैं, जीवनदायिनी हैं और क्षमा, प्रेम की मूर्ति हैं।
नववर्ष पर गंगा अभिषेक करने से वर्ष भर यश और सम्मान मिलता है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। नववर्ष पर आपके द्वारा लिए गए संकल्प पूर्ण होते हैं। वर्ष भर समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। गंगा अभिषेक करने से जन्म कुंडली में स्थित ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं।
अन्य आगामी अनुष्ठान

भगवान सूर्य का गोपनीय तांत्रोक्त हवन
हिन्दू धर्म में एक गोपनीय महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। इसका महत्व और लाभ निम्नलिखित हैं:

बसंत पंचमी विशेष नीलसरस्वती तांत्रोक्त हवन.
नील सरस्वती का महत्व भारतीय तंत्र और बौद्ध तंत्र में विशेष महत्व है।
क्यों चुनें वृद्धि?
वृद्धि परंपरा और आधुनिकता के बीच एक सेतु है, जो आध्यात्मिक उन्नति और सांस्कृतिक जुड़ाव के लिए एक प्रामाणिक मंच प्रदान करता है। हमारी जड़ें विरासत में और मार्गदर्शन विशेषज्ञता में हैं, जो आज के भक्तों की जरूरतों के अनुसार विश्वसनीय संसाधन, अनुष्ठान और शिक्षाएँ प्रदान करती हैं। वृिद्ध के साथ, आप विश्वास, समुदाय और शाश्वत मूल्यों की यात्रा पर चलते हैं।